भारत-पाक तनाव और सुरक्षा कारणों से लिया गया निर्णय
अमृतसर: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने 29 जून 2025 को महाराजा रणजीत सिंह की पुण्यतिथि पर पाकिस्तान जाने वाले सिख श्रद्धालुओं के जत्थे को रद्द करने का निर्णय लिया है। SGPC सचिव प्रताप सिंह ने कहा कि भारत-पाक के बीच बढ़ते तनाव और हालिया सैन्य झड़पों के चलते यह निर्णय लिया गया है।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा लगाई गई यात्रा पाबंदियों और सुरक्षा चिंताओं के चलते SGPC ने यह कदम उठाया है। प्रतिवर्ष सिख श्रद्धालुओं का जत्था इस मौके पर पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारों में श्रद्धांजलि देने जाता है, परंतु मौजूदा हालात में जत्था भेजना संभव नहीं है। SGPC ने उन श्रद्धालुओं से संपर्क करने को कहा है जिन्होंने अपने पासपोर्ट कमेटी के यात्रा विभाग में जमा किए थे।
यह निर्णय ऐसे समय में आया है जब 7 मई को भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पीओके में नौ स्थानों पर मिसाइल हमले किए थे। इसके जवाब में पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पूंछ क्षेत्र में हमला किया, जिसमें 16 नागरिकों की मौत हो गई। दोनों देशों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
करतारपुर कॉरिडोर से जाने वाले सिख श्रद्धालुओं की संख्या में भी अप्रैल हमले के बाद 50% तक की गिरावट देखी गई है। नवंबर 2024 में पाकिस्तान द्वारा 1,481 सिखों को वीजा देने से इनकार किए जाने की घटना ने भी धार्मिक यात्रा को लेकर पैदा हुई अस्थिरता को उजागर किया।
SGPC के इस फैसले से सिख समुदाय में बढ़ती सुरक्षा चिंताओं की पुष्टि होती है। मौजूदा हालात को देखते हुए सीमापार धार्मिक यात्राओं का भविष्य अब अनिश्चित नजर आ रहा है।