DESK : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर बिहार दौरे पर आ रहे हैं। 20 जून को उनका कार्यक्रम सिवान में तय है, जहां वो एक बड़ी चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। यही नहीं पीएम मोदी बिहार को करीब 7170 करोड़ रुपये की सौगात भी देंगे। सिवान के पचरुखी में होने वाले कार्यक्रम में बिहार के 22 शहरों के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का लोकार्पण और शिलान्यास भी करेंगे।
लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आखिर बिहार पीएम मोदी के लिए इतना अहम क्यों हो गया है ? क्यों पिछले कुछ महीनों में उनके दौरे इतने ज्यादा हो गए हैं ? इसका जवाब बिहार की सियासत में छिपा है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी
बिहार में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। बीजेपी पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है। पहले सुशील कुमार मोदी जैसे नेता बिहार की सियासी रणनीति को बखूबी संभाल लेते थे, लेकिन अब उनकी कमी साफ महसूस की जा रही है। नीतीश कुमार को मैनेज करना अब बीजेपी के लिए चुनौती बन चुका है। ऐसे में पीएम मोदी खुद कमान संभाले हुए हैं ताकि नीतीश से संबंध मजबूत रहें और चुनावी समीकरण बिगड़ नहीं पाएं।
केंद्र की सत्ता में बिहार की निर्णायक भूमिका
इस बार लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला। 240 सीटों के साथ पार्टी बहुमत के आंकड़े से पीछे रह गई। ऐसे में नीतीश कुमार की JDU की 12 सीटें सरकार बनाने में अहम साबित हुईं। बिहार की इस भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। बीजेपी अब बिहार विधानसभा में भी खुद को और मज़बूत करना चाहती है, ताकि 2029 की तैयारी भी अभी से हो सके।
NDA में इस बार ‘किचकिच’ नहीं, एकजुटता पर ज़ोर
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान की रणनीति ने नीतीश कुमार को भारी नुकसान पहुंचाया था। नतीजा यह हुआ कि नीतीश ने गठबंधन बदल लिया और महागठबंधन से जा मिले। लेकिन इस बार माहौल अलग है। चिराग, नीतीश की तारीफ करते नहीं थक रहे। माना जा रहा है कि ये सब पीएम मोदी की मैनेजमेंट पॉलिटिक्स का ही असर है। मोदी ये सुनिश्चित करना चाहते हैं कि **NDA के भीतर कोई अंतर्विरोध न पनपे ताकि पूरे गठबंधन को फायदा मिले।
दिल्ली की कुर्सी’ का रास्ता बिहार से होकर ही गुजरता है
बिहार जो कभी लालू और नीतीश की राजनीति का गढ़ हुआ करता था, अब बीजेपी के लिए भी एक बड़ा बैटल ग्राउंड बन चुका है। पीएम मोदी इसे किसी भी कीमत पर हल्के में नहीं लेना चाहते। यही वजह है कि वो खुद बार-बार बिहार आ रहे हैं, जनता से संवाद कर रहे हैं और गठबंधन को मज़बूती देने में लगे हैं।