देवघर: सावन महीने के पावन अवसर पर लगने वाले श्रावणी मेले को लेकर देवघर प्रशासन ने ट्रैफिक प्लान जारी कर दिया है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए इस बार शहर के कई हिस्सों को नो-इंट्री और वन-वे जोन में तब्दील किया गया है। इसके साथ ही पार्किंग, किराया, रूट डायवर्जन और विशेष बस सेवा को लेकर भी दिशानिर्देश तय किए गए हैं।
नो-इंट्री और वन-वे व्यवस्था
प्रशासन ने बताया कि रविवार रात 11 बजे से सोमवार रात 12 बजे तक भारी वाहनों के लिए शहर में नो-इंट्री लागू रहेगी। सिर्फ आवश्यक वस्तुओं से लदे वाहन रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक ही शहर में प्रवेश कर सकेंगे। वहीं, मीना बाजार से मंदिर मोड़ और मस्जिद मोड़ से बिग बाजार तक की सड़कें वन-वे घोषित की गई हैं।
डायवर्टेड रूट प्लान
श्रावणी मेले के दौरान आने-जाने वाले वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग तय किए गए हैं:
- दुमका-बासुकीनाथ से आने वाले वाहन: हिंडोलावरण मोड़ से तपोवन, चरकी पहाड़ी, उजाला चौक, कुंडा मोड़ होकर गिरिडीह व बिहार की ओर भेजे जाएंगे।
- रांची-गिरिडीह की ओर से आने वाली गाड़ियां: रोहिणी शहीद द्वार से जसीडीह होकर मोहनपुर बाजार भेजी जाएंगी।
- चकाई-जमुई मार्ग: मानिकपुर से दर्दमारा होते हुए मोहनपुर बाजार की ओर डायवर्ट किया गया है।
- भागलपुर-गोड्डा की गाड़ियां: चौपा मोड़ से हिंडोलावरण, हथगढ़ मोड़ और कोरियासा मोड़ के रास्ते भेजी जाएंगी।
सात प्रमुख पार्किंग स्थल निर्धारित
शहर में श्रद्धालुओं के लिए कुल सात मुख्य पार्किंग स्थल बनाए गए हैं:
- ISBT (मोटरसाइकिल और छोटे वाहन)
- कोठिया मैदान
- परित्राण मेडिकल कॉलेज मैदान
- सरसा-कुशमाहा मैदान
- भलुआ मैदान
- रिखिया बंजरगबली मंदिर के पास
- हथगढ़ मैदान (दुमका, भागलपुर से आने वालों के लिए)
इसके अलावा चार वैकल्पिक स्थल – शंकर मोड़ मैदान, देवपुरा मोड़, कुरवा और वास्तु विहार के पास पार्किंग के लिए निर्धारित किए गए हैं।
तय हुआ किराया और पूजा रूट
देवघर से बासुकीनाथ के लिए ₹100 और वापसी में ₹70 प्रति व्यक्ति का किराया तय किया गया है। श्रद्धालु बाबा मंदिर में पूजा के बाद हथगढ़ को छोड़कर कनभटिया मोड़, दुम्मा, रिखिया बाजार, मोहनपुर बाजार, सरैयाहाट, हंसडीहा और नोनीहाट के रास्ते बासुकीनाथ जा सकेंगे।
विशेष बस सेवा और ऑटो-टोटो संचालन
श्रावणी मेले के दौरान विशेष मेला बस सेवा संचालित की जाएगी। क्लब ग्राउंड से बासुकीनाथ और ISBT से गोड्डा-भागलपुर तक बसें चलेंगी। श्रद्धालु वाहनों को पार्किंग स्थल में खड़ा करने के बाद ऑटो या टोटो से सिर्फ ISBT तक ही आ सकेंगे। इसके बाद उन्हें पैदल ही बाबा मंदिर की ओर बढ़ना होगा।
वाहन मालिकों के लिए दिशा-निर्देश
प्रशासन ने वाहन मालिकों को निर्देश दिया है कि वे अपने वाहन के सभी जरूरी दस्तावेज जैसे बीमा, परमिट, प्रदूषण प्रमाण-पत्र अपडेट रखें। किसी भी वाहन में ओवरलोडिंग नहीं की जाएगी। मैक्सी व ऑटो रिक्शा को 16 किमी के भीतर ही संचालन की अनुमति होगी। सभी वाहनों में किराया सूची चिपकाना अनिवार्य होगा।
प्रशासन की अपील: श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सभी नागरिकों से ट्रैफिक नियमों और प्रशासनिक आदेशों का पालन करने की अपील की गई है।