13 जून को जारी की गई नई सूची, 2025 में अब तक सबसे ज्यादा 19 नक्सली मारे गए
रांची: झारखंड पुलिस मुख्यालय ने राज्य में सक्रिय नक्सलियों की नई इनामी सूची जारी की है। 13 जून 2025 को जारी सूची के अनुसार, अब राज्य में 58 इनामी नक्सली बचे हैं, जिन पर कुल मिलाकर 7.88 करोड़ रुपये का इनाम घोषित है। यह सूची पुलिस और सुरक्षाबलों की लगातार चल रही आक्रामक कार्रवाई और हालिया सफल अभियानों का परिणाम मानी जा रही है।
पिछले महीनों में मिली बड़ी सफलता
लातेहार, बोकारो और चाईबासा जैसे नक्सल प्रभावित जिलों में सुरक्षाबलों ने हाल के दिनों में कई बड़ी कार्रवाइयाँ की हैं। इसमें कई बड़े इनामी नक्सली या तो मारे गए हैं या गिरफ्तार हुए हैं, जिससे सूची में शामिल उग्रवादियों की संख्या घटी है।
2025 में रिकॉर्ड तोड़ मुठभेड़ें
इस साल 10 जून तक झारखंड में 19 नक्सली मारे जा चुके हैं, जो पिछले पांच वर्षों में सबसे अधिक है। सुरक्षाबलों की रणनीति और दबाव के चलते नक्सल संगठनों में भारी भगदड़ और अंदरूनी टूट देखी जा रही है।
इनामी नक्सलियों की नई सूची (श्रेणी अनुसार)
1 करोड़ के इनामी नक्सली (3)
- मिसिर बेसरा
- असीम मंडल
- अनल दा
25 लाख के इनामी नक्सली (5)
- अनुज उर्फ सहदेव
- ब्रजेश गंझु
- लालचन्द्र हेंब्रम
- रघुनाथ हेंब्रम
- अजय महतो
15 लाख के इनामी नक्सली (10)
- मोछू उर्फ मेहनत
- मदन महतो
- संजय महतो
- मार्टिन केरकेट्टा
- रामप्रसाद मारडी
- नितेश यादव
- रवीन्द्र गंझु
- अमित मुंडा
- बेला सरकार
- सहदेव महतो
10 लाख के इनामी नक्सली (9)
- अमित हांसदा
- आरिफ जी
- मृत्युंजय जी
- मनोहर गंझु
- विवेक यादव
- बिरसेन गंझु
- सलूका कायम
- पुष्पा महतो
- गोदराय यादव
5 लाख के इनामी नक्सली (22)
शिव सिंह, अनिल तुरी, सुखलाल बिरजिया, समीर सोरेन, ब्रजेश यादव, समीर महतो, सुलेमान हांसदा, सचिन बेंग, मुखदेव यादव, गुलशन सिंह मुंडा, रविन्द्र यादव, लवकेश गंझु, जयंती, प्रभात मुंडा, पंकज कोरबा, बिरेन सिंह, सागेन अंगेरिया, कुंवर मांझी, मिता, मीणा, फिरोज अंसारी, राज भुइयां
2 लाख के इनामी नक्सली (4)
- करण
- मालती मुर्मू
- सोनाराम उर्फ सुदेश
- बलराम लोहरा
1 लाख के इनामी नक्सली (5)
- इसराइल
- बासु पूर्ति
- बासमती जेराई
- सामएल बुध
- बाबूलाल
झारखंड पुलिस का कहना है कि नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन से संगठन का ढांचा कमजोर हो गया है। शीर्ष कमांडरों के मारे जाने से बाकी सदस्यों में दहशत फैली है, और कई इलाकों में नक्सली गतिविधियों में कमी देखी जा रही है। इनामी नक्सलियों की यह नई सूची न सिर्फ झारखंड पुलिस की बड़ी सफलता है, बल्कि राज्य में शांति स्थापना की दिशा में एक मजबूत कदम भी है।