ब्रसेल्स, बेल्जियम: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद रविशंकर प्रसाद ने ब्रसेल्स में पाकिस्तान की सैन्य सत्ता पर सीधा प्रहार करते हुए कहा कि “पाकिस्तान एक ऐसा देश है जिसे जनरल्स ने अपने लिए बनाया है, जबकि भारत में लोकतंत्र ने गहरी जड़ें जमा ली हैं।”
प्रसाद एक सर्वदलीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे थे, जहां उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान की सैन्य तानाशाही पर कटाक्ष करते हुए कहा: “भारत और पाकिस्तान एक ही दिन पैदा हुए थे, फर्क सिर्फ इतना है कि भारत में जनता सर्वोपरि है और पाकिस्तान में जनरल्स।”
पाकिस्तान की सैन्य सत्ता पर भारत का तीखा प्रहार
रविशंकर प्रसाद ने भारत-पाकिस्तान संबंधों को लेकर स्पष्ट किया कि भारत की कोई समस्या पाकिस्तान की आम जनता से नहीं है, बल्कि वहां की सैन्य व्यवस्था से है, जो लोकतंत्र की आवाज़ को बार-बार दबाती आई है।
उन्होंने यह भी याद दिलाया कि:
- भारत और पाकिस्तान के बीच अब तक चार युद्ध हुए हैं और हर बार भारत विजयी रहा है।
- पाकिस्तान आंतरिक रूप से सैन्य तानाशाही का शिकार है, जबकि भारत ने लोकतांत्रिक संस्थानों को मजबूत किया है।
पाहलगाम आतंकी हमले के बाद सर्जिकल जवाब
हाल ही में पाहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने सीमापार आतंकी ठिकानों पर सटीक कार्रवाई की है। इस संदर्भ में रविशंकर प्रसाद ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को वैश्विक मंच पर उठाने की आवश्यकता को दोहराया।
“अब समय आ गया है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय यह समझे कि पाकिस्तान की असली सत्ता उसके जनरल्स के पास है, न कि चुनी हुई सरकारों के।”
अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का स्पष्ट संदेश
भारत का यह रुख स्पष्ट संकेत देता है कि अब वह केवल आतंकवाद से निपटने तक सीमित नहीं है, बल्कि वह पाकिस्तान के भीतर की सैन्य वर्चस्ववादी व्यवस्था को भी वैश्विक समुदाय के सामने उजागर करने की रणनीति पर चल रहा है।