पुल बनने से स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, रोजगार के अवसरों तक लोगों की पहुंच बढेगी
पश्चिम चंपारण की मनोर,सिकहरना और गया की मोरहर नदी पर होगा पुल निर्माण
पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने शुक्रवार को बताया कि नाबार्ड सहायता प्राप्त राज्य योजना के अंतर्गत गया और पश्चिम चंपारण जिलों में चार उच्च स्तरीय आरसीसी पुलों के निर्माण को मंजूरी दी गई है। इस परियोजना पर कुल 8872.614 लाख रुपये (करीब 88.72 करोड़) खर्च होंगे।
उन्होंने कहा कि इन पुलों के निर्माण से ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन बेहतर होगा, सम्पर्क बढ़ेगा और स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि व रोजगार के अवसरों तक लोगों की पहुंच आसान होगी।
गया जिले में दो पुल:
- इमामगंज प्रखंड में मोरहर नदी पर पकरी गुढ़िया–चौबर रोड के बीच आरसीसी पुल बनेगा।
लागत: ₹2089.801 लाख - बाँके बाजार प्रखंड में जूरी नवाडीह गांव के पास नवाडीह–फुलवारिया रोड पर एक और पुल बनेगा।
लागत: ₹2107.933 लाख
पश्चिम चंपारण में दो पुल:
- बगहा प्रखंड में मनोर नदी पर गोनौली–गोरारा रोड (PMGYSY पथ एल042) के बीच पुल बनेगा।
लागत: ₹2965.940 लाख - लौरिया प्रखंड में सिकहरना नदी पर जवाहिरपुर घाट के पास आरसीसी पुल बनेगा।
लागत: ₹1708.940 लाख
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि इन सभी पुलों के प्रस्ताव ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा तैयार किए गए हैं। उन्होंने कहा, “बिहार सरकार ग्रामीण, शहरी और अर्ध-शहरी इलाकों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए लगातार काम कर रही है। इन पुलों से न केवल आधारभूत संरचना मजबूत होगी, बल्कि राज्य के दूरदराज़ क्षेत्रों में विकास की नई राह खुलेगी।”