PATNA : बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग (EC) पर बड़ा हमला बोला है। 5 जुलाई को चुनाव आयोग के समक्ष प्रतिनिधिमंडल लेकर पहुंचे तेजस्वी ने कहा कि उन्होंने मतदाता सूची और पहचान पत्रों को लेकर गंभीर सवाल उठाए थे, लेकिन अभी तक आयोग की तरफ से कोई ठोस जवाब नहीं मिला है। तेजस्वी यादव ने कहा EC से हमारा सवाल है कि एक ही दिन में तीन अलग-अलग विज्ञापन कैसे जारी किए जा सकते हैं? एक विज्ञापन में कहा गया कि अगर मतदाता के पास फोटो या पहचान पत्र नहीं है, तो भी वे फॉर्म भरकर BLO को दे सकते हैं वहीं दूसरे विज्ञापन में अलग बात कही गई और तीसरे में कुछ और सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए भी भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है।
तेजस्वी ने इस स्थिति को सोची-समझी साज़िश बताते हुए EC से सवाल किया कि अगर आप मतदाता जागरूकता को लेकर गंभीर हैं तो एक स्पष्ट और अंतिम आदेश क्यों नहीं जारी किया जाता? तेजस्वी यादव ने दावा किया कि बिहार में करोड़ों मतदाता सिर्फ आधार कार्ड पर निर्भर हैं। उन्होंने पूछा कि जिन 4 करोड़ बिहारी प्रवासी नागरिकों की बात बार-बार होती है, उन्हें वापस लाने या उन्हें वोटिंग प्रक्रिया से जोड़ने को लेकर चुनाव आयोग की क्या योजना है? तेजस्वी ने कहा चुनाव आयोग यह दावा कर रहा है कि हमने इतने फॉर्म बांटे और जमा किए लेकिन ज़मीनी हकीकत इससे उलट है, मतदाता भ्रम में हैं और व्यवस्था पूरी तरह से विफल नजर आ रही है।
तेजस्वी यादव ने ऐलान किया कि 9 जुलाई को राहुल गांधी बिहार दौरे पर रहेंगे और उसी दिन महागठबंधन पूरे राज्य में चक्का जाम करेगा। यह विरोध प्रदर्शन मतदाता अधिकारों और चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता की मांग को लेकर किया जाएगा। तेजस्वी ने वरिष्ठ अधिकारी गोपाल खेमका पर भी तीखा बयान दिया और नीतीश कुमार की सरकार पर हमला बोलते हुए कहा नीतीश के राज में कोई वर्ग सुरक्षित नहीं है, कानून-व्यवस्था चरमराई हुई है और अब चुनाव आयोग भी पूरी तरह से भ्रमित नजर आ रहा है। साथ ही तेजस्वी ने मौसम और भौगोलिक परिस्थितियों का हवाला देते हुए कहा कि चुनाव आयोग को चाहिए कि वह ज़मीनी हकीकत को समझे और बाढ़ के मौसम में खासकर राजगढ़ जैसी जगहों पर वोटिंग प्रक्रिया को लेकर कोई ठोस रणनीति नज़र नहीं आ रही है।