DESK : पटना मेयर सीता साहू के बेटे शिशिर कुमार पर लगातार गंभीर आपराधिक मामलों में शिकंजा कसता जा रहा है, गांधी मैदान थाने में दर्ज ताज़ा केस के बाद गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। पुलिस पूछताछ के लिए जब उनके आवास पहुंची तब तक शिशिर फरार हो चुके थे, बताया जा रहा है कि गिरफ्तारी से बचने के लिए वह बिहार से बाहर भाग निकले हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार शिशिर पर आर्म्स एक्ट, हत्या के प्रयास, धमकी देने जैसे संगीन आरोपों में पटना के विभिन्न थानों में पिछले दो वर्षों में चार से अधिक मामले दर्ज हैं। पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने उनके आपराधिक इतिहास को देखते हुए गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं, पुलिस की एक विशेष टीम उनके ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने यह भी बताया कि शिशिर के पास मौजूद लाइसेंसी हथियारों के लाइसेंस को जल्द ही रद्द कराया जाएगा। साथ ही जिन मामलों में वह फिलहाल जमानत पर हैं, उनमें उनकी बेल रद्द कराने की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है। शिशिर पर हाल ही में नगर निगम की बैठक में हंगामा करने और बाउंसर और हथियारों के साथ पहुंचने के गंभीर आरोप लगे हैं। नगर आयुक्त अनिमेष पराशर ने कहा कि शिशिर निगम की बैठक में खुलेआम बाउंसर और बंदूक लेकर पहुंचे थे। उन्होंने इसे सुनियोजित गुंडागर्दी करार दिया और बाहर से अपराधियों को बुलाकर डर का माहौल बनाने की बात कही।
नगर आयुक्त की ओर से जिलाधिकारी को पत्र लिखकर शिशिर पर निषेधाज्ञा (restraining order) लागू करने की सिफारिश की गई है, पत्र में उल्लेख है कि वे नगर निगम की स्थायी समिति, बोर्ड की बैठक सहित अन्य कार्यक्रमों में हथियार और दल-बल के साथ मौजूद रहते हैं। इससे कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों में डर और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है। कोतवाली थाना कांड संख्या 207/25 में उप नगर आयुक्त रामाशीष शरण तिवारी द्वारा शिशिर पर गाली-गलौज और मारपीट का केस दर्ज कराया गया है। इसके अलावा महिला पार्षद से छेड़खानी, नौकरी से निकालने की धमकी देने और भू-माफिया से संबंध रखने जैसे आरोप भी शिशिर पर लग चुके हैं।