लखनऊ: बकरीद के मौके पर उत्तर प्रदेश में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। डीजीपी राजीव कृष्ण ने संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कुर्बानी को लेकर किसी भी नई परंपरा की अनुमति न दी जाए। अब तक प्रदेश में 1,178 पीस कमेटी और धर्म गुरुओं के साथ बैठकें की जा चुकी हैं। 2,623 संवेदनशील स्थानों और हॉटस्पॉट को चिह्नित कर वहां कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। 2,134 क्यूआरटी को भी मुस्तैद किया गया है।
मुख्यालय स्तर से संवेदनशील जिलों में दो अपर पुलिस अधीक्षक, छह पुलिस उपाधीक्षक, 51 कंपनी पीएसी और तीन कंपनी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल तैनात की गई है। डीजीपी ने सभी एडीजी जोन, पुलिस आयुक्त, आईजी, डीआईजी रेंज, एसएसपी व एसपी को निर्देश दिए हैं कि संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल और पीएसी की तैनाती की जाए और पुराने विवादों का समाधान सुनिश्चित कराया जाए।
धार्मिक स्थलों के पास प्रभावी गश्त और चेकिंग कराई जाएगी। सभी आयोजनों को सूचीबद्ध कर हॉटस्पॉट चिह्नित कर वहां जोन व सेक्टर योजना के तहत पुलिस बल की तैनाती होगी। यूपी 112 के वाहनों को प्रमुख स्थानों पर तैनात किया जाएगा।
डीजीपी ने सोशल मीडिया पर भी कड़ी निगरानी रखने को कहा है। भ्रामक व आपत्तिजनक संदेशों पर तुरंत कार्रवाई और खंडन का निर्देश दिया गया है। माहौल बिगाड़ने की किसी भी कोशिश पर सख्त नजर रखने को कहा गया है।
गाजियाबाद में 742 मस्जिदों में पढ़ी जाएगी नमाज, सख्त सुरक्षा व्यवस्था
शनिवार को गाजियाबाद में 742 मस्जिदों और 47 ईदगाहों में बकरीद की नमाज अदा की जाएगी। जिले को 16 जोन में बांटा गया है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि मस्जिदों और ईदगाहों के बाहर पुलिस बल और पीएसी की तैनाती की गई है। धार्मिक स्थलों के बाहर नमाज नहीं होगी और खुले में कुर्बानी पर रोक रहेगी। प्रतिबंधित पशुओं की कुर्बानी नहीं दी जा सकेगी। कुर्बानी का वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर डालने वालों पर कार्रवाई होगी। ड्रोन के जरिए संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी और वीडियोग्राफी भी की गई है।