DESK : राजधानी रांची के ओरमांझी इलाके में सुबह हुई एक दर्दनाक घटना ने बिजली विभाग की घोर लापरवाही को उजागर कर दिया। भारी बारिश के बीच बिजली बहाल करने के लिए खंभे पर चढ़े लाइनमैन उमेश महतो की करंट लगने से मौत हो गई। हैरानी की बात यह रही कि हादसे के तीन घंटे बाद तक शव खंभे पर ही लटका रहा और बिजली विभाग के किसी भी अधिकारी ने मौके पर पहुंचने की जहमत तक नहीं उठाई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, उमेश महतो बिजली सप्लाई दुरुस्त करने के लिए खंभे पर चढ़े थे तभी सब-स्टेशन से अचानक बिजली चालू कर दी गई। करंट की चपेट में आने से उमेश महतो की मौके पर ही मौत हो गई, स्थानीय लोगों और परिजनों ने आरोप लगाया कि बिना किसी सूचना के बिजली चालू कर दी गई जो विभाग की गंभीर लापरवाही को दर्शाता है।
इस घटना को लेकर राज्यसभा सांसद आदित्य साहू ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने इस पूरे मामले को हत्या करार देते हुए बिजली विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सांसद साहू ने कहा कि इस हादसे के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज कर कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। सांसद ने मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी, पेंशन और 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की भी मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार इस पर अविलंब कार्रवाई नहीं करती है, तो क्षेत्र के सब-स्टेशन को बंद करने की पहल की जाएगी। फिलहाल इलाके में आक्रोश का माहौल है और स्थानीय प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। बिजली विभाग की लापरवाही से एक बार फिर सवाल उठता है कब सुधरेगा सिस्टम?