Vishal
झारखंड बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर राजनीतिक हलचल तेज है, लेकिन अभी तक आधिकरिक घोषणा नहीं हुई है। पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा जल्द ही नाम तय किए जाने की संभावना है, और जून महीने में नए अध्यक्ष के नाम की घोषणा हो सकती है।
मुख्य दावेदार कौन हैं?
हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल और राज्यसभा सांसद आदित्य साहू सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। दोनों ही ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) समुदाय से आते हैं, और इस बार अध्यक्ष पद किसी सामान्य या ओबीसी समाज के नेता को मिलने की संभावना जताई जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय, अमर बाउरी, सुनील सिंह, और चंपा सोरेन सहित कई अन्य नेताओं के नाम भी चर्चा में हैं।
पार्टी की रणनीति और जातीय समीकरण
बाबूलाल मरांडी को विधायक दल का नेता (नेता प्रतिपक्ष) बनाए जाने के बाद यह लगभग तय है कि प्रदेश अध्यक्ष का पद गैर-आदिवासी नेता को मिलेगा।
बीजेपी में एक नेता, एक पद का सिद्धांत लागू है, इसलिए बाबूलाल मरांडी के पास दोनों पद (प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष) नहीं रह सकते।
प्रक्रिया और समयसीमा
सांगठनिक चुनाव की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है, और जून में नए अध्यक्ष के नाम की घोषणा की संभावना है। अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व के हाथ में है, और दिल्ली में लगातार मंथन जारी है। झारखंड बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए मनीष जायसवाल और आदित्य साहू सबसे आगे हैं, लेकिन रघुवर दास जैसे वरिष्ठ नेता भी दौड़ में बने हुए हैं। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा जल्द ही नाम की घोषणा की जाएगी, जिससे प्रदेश में बीजेपी की आगामी रणनीति तय होगी।