गया: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज बिहार के ऐतिहासिक शहर गया पहुंचे, जहां पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। उनका यह दौरा बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की रणनीतिक तैयारियों के तहत काफी अहम माना जा रहा है। चुनाव सितंबर-अक्टूबर 2025 में संभावित हैं और कांग्रेस पार्टी पहले से ही ज़मीनी स्तर पर अपनी सक्रियता बढ़ाने में जुटी है।
राहुल गांधी की यह यात्रा न सिर्फ संगठन को ऊर्जा देने की दिशा में है, बल्कि राज्य में पार्टी की पकड़ मजबूत करने का प्रयास भी है। वे गया में संविधान सुरक्षा सम्मेलन, महिलाओं से संवाद, और अतिपिछड़ा वर्ग से संवाद जैसे प्रमुख आयोजनों में भाग ले रहे हैं। इन आयोजनों के माध्यम से कांग्रेस सामाजिक न्याय और संवैधानिक मूल्यों की बात को आम लोगों तक पहुंचाना चाहती है।
राहुल गांधी की लोकसभा में विपक्ष के नेता के तौर पर नियुक्ति 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद हुई, जहां कांग्रेस ने 52 से बढ़कर 100 सीटें हासिल कीं। यह कांग्रेस पार्टी के लिए एक बड़ा मनोबल बढ़ाने वाला परिणाम था और इससे राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता और राजनीतिक प्रासंगिकता को मजबूती मिली।
बिहार में फिलहाल विभिन्न दलों के बीच गठबंधन और सीट बंटवारे को लेकर चर्चाएं तेज़ हैं। ऐसे में राहुल गांधी का यह दौरा न सिर्फ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उत्साहित करेगा, बल्कि विपक्षी राजनीति को भी धार देने का काम करेगा। कांग्रेस की कोशिश है कि वह सामाजिक मुद्दों, युवाओं, महिलाओं और पिछड़े वर्गों को जोड़ते हुए एक मजबूत विकल्प के तौर पर उभरे।
इस दौरे के माध्यम से राहुल गांधी यह संदेश देना चाह रहे हैं कि कांग्रेस अब बिहार की राजनीति में सिर्फ एक सहयोगी दल नहीं बल्कि एक प्रभावशाली निर्णायक ताकत बनना चाहती है।