इंफाल : मणिपुर में उग्रवाद पर नकेल कसने के लिए चलाए गए संयुक्त अभियान में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है। मणिपुर पुलिस, केंद्रीय अर्धसैनिक बल (CAPF), सेना और असम राइफल्स की संयुक्त कार्रवाई में घाटी के पांच जिलों के बाहरी इलाकों से 300 से अधिक अत्याधुनिक हथियार बरामद किए गए हैं। साथ ही जबरन वसूली के मामलों में प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े पांच उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है।
मणिपुर पुलिस के एडीजीपी लाहरी दोर्जी लातू ने बताया कि यह ऑपरेशन 13-14 जून की मध्य रात्रि को इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम, बिष्णुपुर, काकचिंग और थौबल जिलों में चलाया गया। ऑपरेशन के दौरान भारी मात्रा में विस्फोटक, हथियार और युद्ध सामग्री बरामद की गई।
बरामद हथियारों में शामिल हैं:
- 151 एसएलआर राइफल
- 65 इंसास राइफल
- 73 अन्य राइफलें
- 5 कार्बाइन गन
- 2 एमपी-5 गन
- 12 हल्की मशीन गन
- 6 एके सीरिज राइफलें
- 2 अमोघ राइफलें
- 1 मोर्टार
- 6 पिस्टल
- 1 एआर-15
- 2 फ्लेयर गन
- 10 ग्रेनेड
- 7 डेटोनेटर
कुल मिलाकर 328 हथियारों की बरामदगी सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
सुरक्षा बलों ने विभिन्न प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े पांच उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है:
- यूपीपीके (United Peoples’ Party of Kangleipak) के अकोइजाम रॉबिन्सन को काकचिंग जिले से।
- केसीपी (PWG) का सदस्य इंफाल पश्चिम के लांगोल गेम गांव से।
- केसीपी (नोयोन) से जुड़ा उग्रवादी थौबल मेला ग्राउंड से।
- पीआरईपीएके (प्रो) और पीआरईपीएके के दो कार्यकर्ता भारत-म्यांमार सीमा के पास तेंगनौपाल जिले से गिरफ्तार किए गए।
अधिकारियों ने इस अभियान को मणिपुर में सामान्य स्थिति बहाल करने और सार्वजनिक सुरक्षा बनाए रखने की दिशा में अहम कदम बताया है। मणिपुर पुलिस ने आम नागरिकों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि या अवैध हथियारों की सूचना तुरंत नजदीकी थाना या केंद्रीय नियंत्रण कक्ष को देने की अपील की है।