विदेशी फंडिंग से 100 करोड़ की फंडिंग का खुलासा, जाति के आधार पर तय थे धर्मांतरण के रेट
लखनऊ : नेपाल सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में अवैध धर्मांतरण रैकेट का खुलासा हुआ है। इस रैकेट का मास्टरमाइंड जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा एटीएस की गिरफ्त में है। कल उसकी अवैध कोठी पर बुलडोजर चला और आज भी प्रशासनिक कार्रवाई जारी है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी छांगुर बाबा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मनी लॉन्ड्रिंग एंगल की जांच के लिए FIR दर्ज की गई है। ईडी की लखनऊ यूनिट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विदेशी फंडिंग और मनी ट्रेल की जांच शुरू कर दी है।
सीएम योगी का बड़ा बयान
आजमगढ़ में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा: “हमने एक जल्लाद को गिरफ्तार किया है, जो हिंदू बहन-बेटियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ करता था। अब ऐसे समाजविरोधी और राष्ट्रविरोधी तत्वों को छोड़ा नहीं जाएगा।”
सीएम ने समाजवादी पार्टी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि “कैसे-कैसे नमूनों को ये लोग पालते थे। आजमगढ़ की पहचान पर संकट खड़ा हो गया था, लेकिन अब यूपी विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।”
जाति के हिसाब से तय थे रेट
जांच में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है—
- ब्राह्मण, क्षत्रिय, सिख लड़कियों के धर्मांतरण का रेट: ₹15-16 लाख
- पिछड़ी जाति की लड़कियां: ₹10-12 लाख
- अन्य जातियां: ₹8-10 लाख
छांगुर बाबा गरीबों को पैसों, नौकरी के झांसे या कानूनी मामलों में फंसाने की धमकी देकर धर्मांतरण के लिए मजबूर करता था।
विदेशी फंडिंग का बड़ा खेल
सूत्रों के मुताबिक, छांगुर बाबा को खाड़ी देशों से 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की फंडिंग मिली थी। यह पैसा कथित रूप से धर्मांतरण जैसे राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में इस्तेमाल किया जा रहा था।