रांची : झारखंड में एक जुलाई से राज्यभर की 1453 खुदरा शराब दुकानें अस्थायी रूप से बंद रहेंगी। इसका कारण है शराब दुकानों का हस्तांतरण। यह प्रक्रिया नई उत्पाद नीति के तहत की जा रही है, जिसके चलते कम से कम तीन दिनों तक खुदरा बिक्री प्रभावित रहने की संभावना है।
क्या है वजह?
अब तक राज्य सरकार के माध्यम से प्लेसमेंट एजेंसियों द्वारा शराब की खुदरा बिक्री की जा रही थी। लेकिन 30 जून को उनका अनुबंध समाप्त हो रहा है। 1 जुलाई से नई नीति लागू हो रही है, जिसमें दुकानों की नीलामी के बाद संचालन निजी हाथों में दिया जाएगा। इसके लिए दुकानों को प्लेसमेंट एजेंसियों से झारखंड बिवरेज कॉरपोरेशन को सौंपा जाएगा।
क्या होगा असर?
- 1 जुलाई से शराब की खुदरा बिक्री बंद रहेगी।
- कम से कम तीन दिनों तक बिक्री बाधित रहने की संभावना है।
- राज्य में कुल 1453 खुदरा दुकानें इस प्रक्रिया से प्रभावित होंगी।
प्रशासन की तैयारी
उत्पाद विभाग ने वित्त विभाग से ऑडिटर की टीम की मांग की थी, ताकि हस्तांतरण के समय लेखा-जोखा तैयार किया जा सके। वित्त विभाग ने अब ऑडिटर टीम उपलब्ध करा दी है, जिससे हस्तांतरण की प्रक्रिया जल्द पूरी की जा सके।
राज्य में नई उत्पाद नीति लागू होने के चलते शराब की दुकानों के संचालन में यह परिवर्तन किया जा रहा है। कुछ दिनों की असुविधा के बाद नई व्यवस्था के तहत बिक्री शुरू हो जाएगी।