मनोज सिंह
बोधगया: महाराष्ट्र के नागपुर से आईं श्रद्धालु ज्योति बेले ने अपने 50वें जन्मदिवस पर बोधगया स्थित श्रीलंका बौद्ध मठ में बौद्ध भिक्षुओं को संघदान अर्पित कर सेवा और करुणा का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया।
महाबोधि मंदिर परिसर के समीप शांतिपूर्वक संपन्न हुए इस आयोजन में देश-विदेश से आए 50 भिक्षुओं ने भाग लिया। इस मौके पर भिक्षुओं को भोजन, वस्त्र, चप्पल, छाता और दैनिक उपयोग की सामग्री भेंट की गई।
ज्योति बेले ने इस आयोजन के बारे में कहा, “जीवन के इस महत्वपूर्ण पड़ाव पर मैंने निश्चय किया था कि जन्मदिवस को उत्सव के बजाय सेवा के रूप में मनाऊँ। संघ को अर्पण करना मेरे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि है।”
संघदान कार्यक्रम में भंते हर्ष बोधी ने उन्हें दीर्घायु और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हुए कहा, “संघदान बुद्ध की परंपरा में सबसे महान दानों में से एक है, जो समाज में करुणा और समता का संदेश देता है।”
कार्यक्रम में बोधगया के स्थानीय श्रद्धालुओं के साथ-साथ विदेशी बौद्ध अनुयायियों ने भी भाग लिया। सभी ने ज्योति बेले की सेवा भावना की मुक्त कंठ से सराहना करते हुए उन्हें जन्मदिवस की शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम का समापन पंचशील, करुणा सूत्र और मंगल पाठ के सामूहिक पाठ से हुआ, जिससे पूरे वातावरण में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ।