नई दिल्ली/पटना : राजनीतिक गलियारों में मंगलवार को एक बार फिर बयानबाजी तेज हो गई, जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव पर बिहार में सांप्रदायिक तनाव फैलाने का गंभीर आरोप लगाया। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि तेजस्वी यादव वक्फ कानून को लेकर भड़काऊ बयान दे रहे हैं और सुप्रीम कोर्ट की प्रक्रिया का भी अपमान कर रहे हैं।
भाटिया ने कहा, “तेजस्वी यादव ने वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ पटना में आयोजित रैली में कहा कि इसे कूड़ेदान में फेंक दिया जाएगा। यह बयान न सिर्फ सुप्रीम कोर्ट की अवमानना है, बल्कि समाज को बांटने की कोशिश भी है। मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है और कोर्ट ने आदेश सुरक्षित रखा है।”
भाटिया ने तेजस्वी यादव की शैक्षणिक योग्यता पर भी सवाल उठाया और तंज कसते हुए कहा, “क्या 9वीं फेल तेजस्वी यादव सुप्रीम कोर्ट से ऊपर हो गए हैं? वे समाजवादी नहीं, नमाजवादी हैं। वे शरिया की बात करते हैं, हम संविधान की बात करते हैं।”
भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के दलितों, महादलितों और पिछड़े वर्गों को सशक्त बनाना चाहते हैं, जबकि राजद को यह रास नहीं आ रहा। उन्होंने तेजस्वी यादव को ‘मौलाना तेजस्वी’ कहकर संबोधित करते हुए पूछा, “क्या आपने कभी संविधान पढ़ा है? कोई राज्य सरकार केंद्र द्वारा पारित कानून को कैसे खारिज कर सकती है?”
भाटिया ने आरोप लगाया कि राजद देश को इस्लामी राज्य बनाने की दिशा में काम कर रहा है, जो संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ है। इससे पहले भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने भी तेजस्वी यादव और राजद पर निशाना साधा था।
इस पूरे विवाद के बीच राजद की तरफ से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति में इसका बड़ा असर पड़ सकता है।