DELHI : संसद के मानसून सत्र के दौरान लोकसभा में उस समय माहौल गरम हो गया जब गृह मंत्री अमित शाह और सपा सांसद अखिलेश यादव के बीच तीखी बहस देखने को मिली। गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले और उसके बाद की गई कार्रवाई का जिक्र करते हुए ऑपरेशन महादेव और ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी दी। इसी दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव की टिप्पणी पर शाह ने तीखा पलटवार किया।
अमित शाह ने बताया कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर में मारे गए तीन आतंकियों सुलेमान जट, फैसल और जिब्रान के पास से बरामद एके-47 और एमआई-9 राइफलें पहलगाम आतंकी हमले में इस्तेमाल हुई थीं। उन्होंने कहा कि इन हथियारों को विशेष विमान से चंडीगढ़ की एसएफएल लैब लाया गया, जहां वैज्ञानिकों ने इनकी बॉलिस्टिक जांच की। जांच में पुष्टि हुई कि इन्हीं हथियारों से पहलगाम में 27 पर्यटकों की निर्मम हत्या की गई थी।
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमने आतंकवादियों के आकाओं को भी नेस्तनाबूद किया है इसी बीच जब अखिलेश यादव ने बीच में टिप्पणी करते हुए कहा कि आतंकियों का आका पाकिस्तान है, तो शाह ने पलटकर पूछा क्या आपकी बात पाकिस्तान से हुई है क्या? इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अखिलेश यादव को बार-बार बैठने का संकेत दिया और कहा बैठ जाइए थोड़ी देर बाद अखिलेश यादव ने अपनी सीट ले ली।
गृह मंत्री ने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा मैं उम्मीद करता था कि जब आतंकियों के मारे जाने की खबर आएगी, तो विपक्ष खुश होगा लेकिन इनके चेहरों पर स्याही छा गई। उन्होंने अखिलेश यादव की ओर इशारा करते हुए कहा आतंकियों का धर्म देखकर दुखी मत होइए। गृह मंत्री ने आगे बताया कि मारे गए आतंकियों की पहचान उन लोगों ने की जो उन्हें खाना पहुंचाते थे। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन महादेव के तहत इन तीनों आतंकियों को मार गिराया गया और इससे साफ है कि सरकार आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है।