PATNA : बिहार में मैट्रिक और इंटर के नतीजे आने के बाद कॉलेज एडमिशन का सिलसिला ज़ोरों पर है। अलग-अलग कॉलेजों की मेरिट लिस्ट और कट-ऑफ सुर्खियों में हैं। लेकिन पटना यूनिवर्सिटी ने जो मेरिट लिस्ट जारी की है, उसने सबको हैरान कर दिया है। यहां का कट-ऑफ इतना ऊंचा रखा गया है कि टॉपर्स भी पानी भरते नजर आ रहे हैं।
कट-ऑफ 99.71%! टॉपर्स भी रह गए पीछे
पटना यूनिवर्सिटी की ओर से जारी की गई अंडरग्रेजुएट कोर्स की मेरिट लिस्ट में टॉप पर रहीं छात्रा मान्या को 99.71% नंबर मिले हैं। उन्हें बीएन कॉलेज में साइकोलॉजी सब्जेक्ट अलॉट किया गया है। जब करीब 400 पन्नों की मेरिट लिस्ट को गौर से देखा गया तो सबके होश उड़ गए। ना बिहार बोर्ड और ना ही सीबीएसई टॉपर्स के इतने नंबर आए हैं, जितने इन नामों के सामने दिखाए गए हैं।
क्यों बना इतना ऊंचा कट-ऑफ? जानिए पूरी वजह
इस बेतुकी मेरिट लिस्ट के पीछे जो सच्चाई सामने आई, वो और भी चौंकाने वाली है। यूनिवर्सिटी प्रशासन के मुताबिक, बड़ी संख्या में छात्रों ने ऑनलाइन फॉर्म भरते समय जानबूझकर या गलती से गलत मार्क्स दर्ज किए हैं। उन्हीं गलत आंकड़ों के आधार पर यह मेरिट लिस्ट तैयार की गई है।
फर्जी मार्क्स दिए तो सीधे कैंसिल होगा एडमिशन
पटना यूनिवर्सिटी के डीन ऑफ स्टूडेंट्स वेलफेयर, प्रो. अनिल कुमार ने कहा कि ऑनलाइन फॉर्म भरने की प्रक्रिया में छात्र जो भी जानकारी भरते हैं, उसी के आधार पर पहली लिस्ट तैयार की जाती है। वेरिफिकेशन के दौरान अगर कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो ऐसे आवेदकों का एडमिशन रद्द कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं, वे छात्र आगे आने वाली सेकेंड और थर्ड लिस्ट में भी शामिल नहीं हो पाएंगे।