Technology: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया ने पिछले 24 घंटों में एक बड़ा मोड़ लिया है। ओपनएआई (OpenAI) ने अपना पहला एजेंटिक एआई ब्राउज़र, जिसका नाम ‘एटल्स’ (Atlas) है, लॉन्च कर दिया है। इस लॉन्च से टेक इंडस्ट्री में जबरदस्त हलचल मच गई है, और रिपोर्ट्स के अनुसार गूगल के शेयरों में भारी गिरावट आई है, जिससे कंपनी को अरबों डॉलर का नुकसान झेलना पड़ा है। यह घटनाक्रम केवल एक नए ब्राउज़र के बारे में नहीं है, बल्कि यह कंप्यूटर के भविष्य को पूरी तरह से बदलने जा रहा है।
कंप्यूटर के भविष्य में आया बड़ा मोड़! OpenAI ने लॉन्च किया AI ब्राउज़र ‘एटल्स’, गूगल में हड़कंप
अब तक, कंप्यूटर केवल कमांड मिलने पर ही काम करता था, लेकिन एटल्स के आने के बाद अब कंप्यूटर खुद से काम करेगा। एजेंटिक एआई का मतलब है एक ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, जो स्वतंत्र रूप से कार्रवाई कर सके। इसका सीधा मतलब यह है कि आप केवल इंस्ट्रक्शन देंगे—जैसे “मेरे प्रोजेक्ट की रिपोर्ट बना दो”—और कंप्यूटर खुद ही ईमेल, फाइल और डेटा खोजकर पूरी रिपोर्ट तैयार कर देगा। “कल की मीटिंग फिक्स कर दो” बोलने पर सिस्टम टीम की उपलब्धता देखकर मीटिंग शेड्यूल कर देगा। यानी, माउस-क्लिक और टाइपिंग की जगह अब निर्देश और एक्शन लेने वाले सिस्टम आ रहे हैं।
एटल्स की असली ताकत: माउस-क्लिक की ज़रूरत खत्म
ओपनएआई का नया एटल्स ब्राउज़र, देखने में गूगल क्रोम जैसा है, लेकिन इसकी असली ताकत इसके भीतर काम करने वाला एआई एजेंट है। यह एजेंट यूज़र की ज़रूरत को गहराई से समझता है, खुद ही वेब पर सर्च करता है, फॉर्म भरता है, ईमेल ड्राफ्ट बनाता है, यहाँ तक कि फ्लाइट और होटल की बुकिंग भी कर देता है। इंसानी हस्तक्षेप की ज़रूरत लगभग खत्म हो जाएगी।
एटल्स लॉन्च के एक दिन बाद ही ओपनएआई ने एक और बड़ा कदम उठाया। उसने एप्पल शॉर्टकट बनाने वाली ‘स्काई टीम’ (Sky Team) का अधिग्रहण कर लिया। यह वही टीम है जिसने प्रसिद्ध “वर्कफ्लो” ऐप बनाया था। अब यह स्काई टीम मैकबुक (MacBook) के लिए एआई-ऑटोमेशन सिस्टम पर काम कर रही है। इसका मतलब है कि अब आपका कंप्यूटर लोकल स्तर पर भी चैटजीपीटी (ChatGPT) जैसा स्मार्ट व्यवहार करेगा।
कंप्यूटिंग मॉडल में 30 साल बाद बदलाव, गूगल रक्षात्मक स्थिति में
ओपनएआई का अंतिम लक्ष्य कंप्यूटर को पूरी तरह से स्वचालित (Automated) बना देना है। तकनीक विशेषज्ञों के मुताबिक, पिछले तीन दशक में यह पहली बार है जब कंप्यूटिंग मॉडल बदलने वाला है। ओपनएआई अब एटल्स ब्राउज़र और स्काई टीम की ऑटोमेशन तकनीक को मिलाकर एक पूरी तरह इंटीग्रेटेड एआई कंप्यूटिंग सिस्टम बना रहा है। यह नया मॉडल ऑपरेटिंग सिस्टम (OS), ऐप्स, फ़ाइलें और ब्राउज़र—हर जगह गहराई से जुड़ा होगा।
एआई रेस में गूगल बेशक पहली पंक्ति में था, लेकिन अब एजेंटिक ब्राउज़र, माइक्रोसॉफ्ट के एआई ब्राउज़र और ओपनएआई के एटल्स ने उसे रक्षात्मक स्थिति में ला दिया है। भविष्य का कंप्यूटिंग मॉडल इंसानों को सिर्फ आवश्यकता बोलने पर मजबूर करेगा। कंप्यूटर अब केवल उपकरण नहीं, बल्कि इंटेलिजेंट साथी बनने जा रहे हैं, और कंप्यूटिंग का हमारा वर्तमान स्वरूप जल्द ही इतिहास बन सकता है।





