PATNA : बिहार सरकार ने एक बार फिर बड़ा प्रशासनिक कदम उठाते हुए 11 IAS अधिकारियों का तबादला कर दिया है। चुनावी साल में इस फेरबदल को बेहद अहम माना जा रहा है, तबादला किए गए अधिकारियों में कई को विभिन्न जिलों में अनुमंडल पदाधिकारी (SDO) के रूप में पदस्थापित किया गया है जबकि कुछ को विभागीय विशेष कार्य पदाधिकारी (OSD) बनाया गया है।
राज्य सरकार के इस फैसले को विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है। आमतौर पर चुनाव से पहले प्रशासनिक मशीनरी में निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए बड़े पैमाने पर तबादले किए जाते हैं।
तबादले की प्रमुख सूची :
चंद्रिमा अत्री– उप विकास आयुक्त, पूर्णिया से स्थानांतरित होकर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में OSD के पद पर पदस्थापित।
गरिमा लोहिया– SDO, पालीगंज।
तुषार कुमार– SDO, मुजफ्फरपुर पूर्वी।
अनिरुद्ध पांडेय– SDO, मोहनिया।
कृतिका मिश्रा– SDO, पकड़ी दयाल, पूर्वी चंपारण।
आकांक्षा आनंद– SDO, बारसोई, कटिहार।
प्रद्युम्न सिंह यादव– SDO, गोगरी, खगड़िया।
रोहित कर्दम– SDO, शेखपुरा।
अंजली शर्मा– विशेष कार्य पदाधिकारी, समाज कल्याण विभाग।
शिप्रा विजय कुमार चौधरी– विशेष कार्य पदाधिकारी, शिक्षा विभाग।
नेहा कुमारी– विशेष कार्य पदाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग।
बताया जा रहा है कि ये सभी अधिकारी 2023 बैच के IAS हैं, जिन्हें 25 जुलाई 2025 को अकादमी से विरमित किया गया था, इसके बाद ये सामान्य प्रशासन विभाग में वेटिंग फॉर पोस्टिंग की स्थिति में थे। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि यह फेरबदल सरकार की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत प्रशासनिक ढांचे को जमीनी स्तर पर सुदृढ़ किया जा रहा है।
खासकर ग्रामीण इलाकों में SDO की भूमिका बेहद अहम होती है, क्योंकि वे सीधे तौर पर सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन और कानून-व्यवस्था की निगरानी में लगे होते हैं। सरकार का उद्देश्य है कि युवा अधिकारियों को फील्ड में उतारकर विकास परियोजनाओं की निगरानी और जनशिकायत निवारण प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाया जाए। साथ ही प्रशासनिक कार्यों में किसी भी प्रकार की ढिलाई ना बरती जाए।