PATNA : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, राजनीतिक बयानबाजी भी तेज होती जा रही है। हैदराबाद के सांसद और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी लगातार रैलियां कर रहे हैं और अपनी पार्टी के समर्थन में लोगों से वोट देने की अपील कर रहे हैं। सोमवार को अरवल की एक रैली में ओवैसी ने एनडीए सरकार पर तीखा हमला बोला, उन्होंने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा NDA के एक मंत्री कहते हैं कि मुसलमान जो वोट नहीं देते, वे नमक हराम हैं। पैसे उनकी जेब से जा रहे हैं क्या? अरे ये सरकार का पैसा किसी बाप का नहीं, टैक्सपेयर्स का पैसा है ये हर नागरिक का हक है।
ओवैसी ने सवाल उठाया कि क्या हिंदू वोटर जो बीजेपी को वोट नहीं देते, उन्हें भी नमक हराम कहा जाएगा? दरअसल गिरिराज सिंह ने 18 अक्टूबर को अरवल की एक सभा में एक मौलवी से हुई कथित बातचीत का जिक्र करते हुए कहा था कि मौलवी साहब ने आयुष्मान कार्ड लिया, लेकिन वोट बीजेपी को नहीं दिया। केंद्र की योजनाओं का लाभ मुसलमान लेते हैं, लेकिन वोट नहीं देते ऐसे लोग नमक हराम हैं। इस बयान के बाद गिरिराज सिंह पर विपक्ष ने जोरदार हमला बोला है।
शिवसेना (UBT) के नेता संजय राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गिरिराज सिंह को बर्खास्त करने की मांग की, उन्होंने कहा अगर हिंदू वोटर बीजेपी को वोट नहीं दें तो क्या उन्हें भी नमक हराम कहा जाएगा? वहीं सांसद पप्पू यादव ने तंज कसते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई में जो ब्रिटिश समर्थक थे वही असली “नमक हराम” थे। आरजेडी ने बीजेपी पर हिंदू-मुस्लिम की राजनीति करने का आरोप लगाया, जबकि जेडीयू ने इस विवाद पर चुप्पी साध ली है। लोगों का कहना है कि सरकारी योजनाएं धर्म या जाति के आधार पर नहीं बंटतीं बल्कि हर नागरिक का अधिकार होती हैं। ओवैसी ने गिरिराज सिंह के बयान को मुस्लिम वोटरों को डराने की कोशिश बताया और कहा कि जनता अब नफरत की राजनीति को जवाब देगी। बता दें कि बिहार चुनाव में AIMIM ने 100 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है।
				
							
															




