PATNA : बिहार के समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने कहा कि राज्य विकास की ओर तेजी से अग्रसर है, लेकिन सूखा नशा इस प्रगति में बड़ी बाधा बन रहा है। उन्होंने इसे समाज के लिए नासूर करार देते हुए कहा कि इसे जड़ से खत्म करना बेहद जरूरी है। पुराना सचिवालय परिसर स्थित अधिवेशन भवन में समाज कल्याण विभाग की ओर से आयोजित अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ दुरुपयोग निवारण दिवस के मौके पर मंत्री ने कहा कि नशे की लत खासकर युवाओं को बर्बादी की ओर धकेल रही है। ऐसे में हर जिले में नशामुक्ति और पुनर्वास केंद्रों की स्थापना की आवश्यकता है, पंचायत स्तर तक जागरूकता फैलाने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि अब बिहार में माहौल पहले से बेहतर है लेकिन प्रयासों में और तेजी लानी होगी।

हर जिले में चल रहा है ड्रग डिमांड रिडक्शन अभियान- बंदना प्रेयषी
कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग की सचिव बंदना प्रेयषी ने बताया कि भारत सरकार के 2018 के सर्वेक्षण के अनुसार बिहार में लगभग 17.5 लाख ड्रग्स यूजर्स हैं। इनमें भांग, गांजा, चरस, अफीम, स्मैक और ब्राउन शुगर जैसी नशे की चीजें शामिल हैं। उन्होंने यह भी बताया कि युवाओं द्वारा ब्रेड में आयोडेक्स लगाकर खाना जैसे खतरनाक ट्रेंड्स सामने आए हैं, ऐसे मामलों को गंभीरता से लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा हर जिले में नेशनल एक्शन प्लान फॉर ड्रग डिमांड रिडक्शन (NAPDDR) अभियान चलाया जा रहा है और स्कूल-कॉलेजों में भी छात्र-छात्राओं को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया जाएगा।
नशा एक गंभीर जैविक बीमारी: विशेषज्ञों की चेतावनी
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल डायरेक्टर अभिषेक आनंद ने नशे की प्रवृत्ति को युवाओं के लिए बेहद खतरनाक बताया। वहीं मद्य निषेध विभाग के एसपी राजेश कुमार ने बताया कि शराबबंदी के बाद सूखे नशों (सुलेशन, इंजेक्शन आदि) का चलन तेजी से बढ़ा है, जो ज्यादा खतरनाक साबित हो रहे हैं।

नशा एक इलाज योग्य बीमारी- मनोज सिंह
सिस्टर निवेदिता मेमोरियल ट्रस्ट, पटना के नशामुक्ति केंद्र के को-ऑर्डिनेटर मनोज कुमार सिंह ने कहा कि नशा एक बीमारी है और इसका इलाज संभव है। डॉक्टर संतोष कुमार (एनएमसीएच) ने इसे बॉयोलॉजिकल डिसऑर्डर बताते हुए कहा कि जैसे डायबिटीज और बीपी का इलाज संभव है, वैसे ही नशे की लत से भी छुटकारा पाया जा सकता है।

नुक्कड़ नाटक से दिया बड़ा संदेश
कार्यक्रम में मंत्री मदन सहनी ने नशामुक्ति पर आधारित एक कॉमिक बुक का लोकार्पण किया और लघु वीडियो भी प्रस्तुत किया गया। प्रहरी संस्था द्वारा प्रस्तुत नुक्कड़ नाटक ने उपस्थित जनों को नशे के खिलाफ सोचने पर मजबूर कर दिया। इसके साथ ही पेंटिंग व निबंध प्रतियोगिता में अव्वल आए छात्र-छात्राओं को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया।