DELHI : लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादे’ को लेकर विशेष चर्चा का सिलसिला दूसरे दिन भी जारी रहा। इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि पहलगाम हमले के तीनों दोषियों को ऑपरेशन महादेव के तहत ढेर कर दिया गया है। गृहमंत्री ने जानकारी दी कि भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त अभियान में लश्कर-ए-तैयबा के तीनों शीर्ष आतंकियों सुलेमान उर्फ फैजल, अफगान और जिबरान को मार गिराया गया है। तीनों ही ए-श्रेणी के आतंकवादी थे और बैसरन घाटी में नागरिकों की हत्या में शामिल थे।
शाह ने कहा जो लोग आतंकवादियों को खाना पहुंचाते थे, उन्हें पहले ही हिरासत में ले लिया गया था। जब आतंकियों के शव श्रीनगर लाए गए, तब हिरासत में लिए गए संदिग्धों ने उनकी पहचान की। उन्होंने यह भी बताया कि 22 मई को सेंसर इनपुट के माध्यम से आतंकियों की मौजूदगी की पुष्टि हुई, जिसके बाद 4 पैरा की अगुवाई में सुरक्षा बलों ने कार्रवाई करते हुए आतंकियों को घेर लिया और मुठभेड़ में ढेर कर दिया। केंद्रीय गृह मंत्री ने भावुक होते हुए कहा हमले के तुरंत बाद मैं श्रीनगर गया और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। एक महिला जो अपनी शादी के केवल 6 दिन बाद विधवा हो गई थी वह दृश्य मैं कभी नहीं भूल सकता।
उन्होंने आगे कहा ऑपरेशन सिंदूर के जरिए उन लोगों को निशाना बनाया गया जो आतंकियों को भारत भेजते हैं और ऑपरेशन महादेव के जरिए उन हत्यारों को खत्म किया गया जिन्होंने निर्दोषों की जान ली। शाह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा मैंने सोचा था कि यह खबर सुनकर सत्ता और विपक्ष दोनों को खुशी होगी, लेकिन विपक्ष के चेहरे पर तो स्याही छा गई यह कैसी राजनीति है?