LOHARDAGA : जन्म प्रमाण पत्र जैसे अहम दस्तावेजों के फर्जीवाड़े का एक बड़ा मामला झारखंड के लोहरदगा जिले से सामने आया है। जिले के किस्को प्रखंड अंतर्गत हिसरी पंचायत से वर्ष 2021-22 के दौरान एक हजार से भी ज्यादा जन्म प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं, जिनमें से कई ऐसे लोगों के नाम पर हैं जो न तो पंचायत क्षेत्र के निवासी हैं और न ही उनका जन्म यहां हुआ है।
पंचायत मुखिया ने उठाया मामला
हिसरी पंचायत के मुखिया रवि उरांव को जब इस अनियमितता की जानकारी मिली, तो उन्होंने मामले की पड़ताल शुरू की। जांच के दौरान मुखिया के हाथ ऐसे 15 जन्म प्रमाण पत्र लगे, जो खूंटी, रांची, पाकुड़, सरायकेला, हजारीबाग और दुमका जैसे अन्य जिलों के लोगों के नाम पर जारी किए गए थे। दस्तावेजों की जांच करने पर सामने आया कि इन व्यक्तियों का हिसरी पंचायत से कोई संबंध नहीं है।
प्रशासन तक पहुंचा मामला
मुखिया रवि उरांव ने पहले पंचायती राज पदाधिकारी को मामले की जानकारी दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने लोहरदगा उपायुक्त को आवेदन देकर पूरे मामले से अवगत कराया। मुखिया ने प्रमाण के तौर पर फर्जी जन्म प्रमाण पत्रों की छाया प्रति भी प्रशासन को सौंपी।
जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित
जिला प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं, उपायुक्त डॉ. ताराचंद ने बताया कि मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। कमेटी मामले की गहन जांच कर रही है, जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उन्हें सार्वजनिक किया जाएगा।
प्रशासन की ओर से क्या कहा गया
उपायुक्त डॉ. ताराचंद ने कहा मामला संज्ञान में आया है, इस पर जांच शुरू कर दी गई है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस मामले के उजागर होने के बाद से स्थानीय प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा हुआ है, यह सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इतनी बड़ी संख्या में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र किसकी मिलीभगत से जारी किए गए। मामले की जांच के बाद जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।