मधेपुरा से सामने आया हैरान करने वाला मामला, वोटर पहचान प्रणाली पर उठे सवाल
मधेपुरा (बिहार) : बिहार चुनाव 2025 से पहले एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। मधेपुरा नगर परिषद क्षेत्र के जयपालपट्टी मोहल्ले में रहने वाले चंदन कुमार ने आरोप लगाया है कि उनकी पत्नी के वोटर आईडी कार्ड में उनकी तस्वीर की जगह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की फोटो छपी हुई है। इस गलती ने वोटर पहचान पत्र प्रणाली की पारदर्शिता और उसकी प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बीएलओ ने दी चुप रहने की सलाह!
चंदन कुमार के मुताबिक, करीब ढाई महीने पहले उनकी पत्नी को डाक के माध्यम से वोटर आईडी कार्ड मिला था। नाम, पता और बाकी विवरण पूरी तरह सही था, लेकिन कार्ड में लगी फोटो सीएम नीतीश कुमार की थी। जब उन्होंने यह मुद्दा संबंधित बीएलओ (Booth Level Officer) के समक्ष उठाया, तो उन्हें जवाब मिला कि “यह बात किसी को न बताएं।”
“यह तकनीकी नहीं, सिस्टम की चूक”
चंदन कुमार का कहना है कि यह महज तकनीकी गड़बड़ी नहीं, बल्कि चुनाव प्रणाली में एक बड़ी खामी को उजागर करता है। उन्होंने सवाल उठाया कि किसी आम व्यक्ति की जगह गलत फोटो छपना एक बात है, लेकिन एक राज्य के मुख्यमंत्री की तस्वीर छप जाना यह दिखाता है कि डेटा प्रोसेसिंग में गंभीर गड़बड़ी हुई है। उन्होंने इस पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
निर्वाचन पदाधिकारी की सफाई
इस पर उप निर्वाचन पदाधिकारी जितेंद्र कुमार ने कहा कि वोटर आईडी कार्ड का निर्माण कर्नाटक में होता है। अगर किसी कार्ड में गलती हुई है, तो प्रपत्र-8 फॉर्म भरकर उसे सुधारा जा सकता है। संबंधित महिला को एसडीओ कार्यालय जाकर या ऑनलाइन माध्यम से सुधार के लिए आवेदन देना होगा।
वोटर आईडी प्रणाली की विश्वसनीयता पर सवाल
इस अजीबोगरीब घटना ने भारत की मतदाता पहचान पत्र प्रणाली की गुणवत्ता, सटीकता और डेटा ऑथेंटिकेशन की प्रक्रियाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। चुनाव से पहले इस तरह की चूकें भविष्य में बड़े विवादों का कारण बन सकती हैं।