RANCHI : डिग्री कॉलेजों में इंटरमीडिएट की पढ़ाई बंद करने को लेकर बना विवाद अब निर्णायक मोड़ पर है। राज्य सरकार ने इस मुद्दे पर त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है। समिति में शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन, उच्च शिक्षा मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू और ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय शामिल हैं।
शनिवार को समिति की पहली बैठक आयोजित की गई, जिसमें विषय पर गहराई से विचार-विमर्श किया गया। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि समिति आगामी सोमवार को फिर से बैठक करेगी और उसके पश्चात राज्यपाल से मुलाकात कर इस मुद्दे पर समाधान पेश करेगी। शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने बैठक के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत राजभवन से जो निर्देश मिला है, उसके अनुसार अब डिग्री कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई बंद की जाएगी।
इस फैसले का व्यापक असर छात्रों पर पड़ेगा, इसलिए इस मुद्दे पर गंभीरता से मंथन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बैठक में शिक्षा विभाग से रिपोर्ट तलब की गई है, जिसमें यह स्पष्ट किया जाना है कि मैट्रिक पास करने वाले छात्रों का नामांकन अब कैसे और किन संस्थानों में किया जाएगा। साथ ही इस व्यवस्था को लागू करने की कार्ययोजना भी तैयार की जा रही है।
गौरतलब है कि वर्तमान में राज्य के 42 डिग्री कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई हो रही है, जिनमें करीब 27 हजार छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। ऐसे में यह निर्णय न केवल छात्रों बल्कि शैक्षणिक ढांचे पर भी व्यापक असर डालेगा।समिति की अगली बैठक के बाद राज्यपाल से औपचारिक मुलाकात कर पूरी स्थिति से अवगत कराया जाएगा और आगे की रणनीति पर निर्णय लिया जाएगा।