नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस एक बार फिर चिंता का कारण बनता जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में एक्टिव कोरोना केस 3700 से ज्यादा हो गए हैं। संक्रमण दर में अचानक उछाल आया है, जिससे केंद्र और राज्य सरकारें अलर्ट मोड पर हैं।
बढ़ते केस: केरल, महाराष्ट्र और दिल्ली सबसे प्रभावित
भारत के विभिन्न हिस्सों में कोरोना केसों में इजाफा देखा गया है:
राज्य/शहर | एक्टिव केस |
केरल | 1336 |
महाराष्ट्र | 749 |
दिल्ली | 375 |
अन्य राज्य | ~1240 |
कुल | 3700+ |
पिछले 24 घंटे में 700+ नए केस, 6 नई मौतें, कुल मृतकों की संख्या 28
इन मौतों में बेंगलुरु और दिल्ली के बुजुर्ग शामिल हैं, जो पहले से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से ग्रस्त थे।
देश में मिले कोरोना के चार नए वैरिएंट
भारत में कोरोना वायरस के चार नए वैरिएंट की पहचान हुई है:
LF.7, XFG, JN.1, NB.1.8.1
हालांकि विशेषज्ञों ने इसे “लो-रिस्क वेव” बताया है, लेकिन लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है। खासकर बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
सरकार की नई रणनीति: टेस्टिंग, वैक्सीनेशन और तैयारियाँ तेज
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को जारी किए ये निर्देश:
- RT-PCR टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर
- अस्पतालों में ऑक्सीजन स्टॉक तैयार रखने के निर्देश
- बूस्टर डोज़ लगाने का अभियान तेज़
- एयरपोर्ट्स पर स्क्रीनिंग और थर्मल स्कैनिंग बढ़ी
- कोविड प्रोटोकॉल (मास्क, दूरी) का पालन सुनिश्चित करने की अपील
क्या करें – क्या न करें (सरकारी सलाह)✔️ करें:
- मास्क पहनें, खासकर भीड़भाड़ वाली जगहों पर
- सामाजिक दूरी बनाए रखें
- हल्के लक्षण होने पर तुरंत टेस्ट कराएं
- बूस्टर डोज़ अवश्य लगवाएं
- बुजुर्गों की विशेष देखभाल करें
❌ न करें:
- लक्षण होने पर यात्रा न करें
- झूठी जानकारी पर विश्वास न करें
- कोरोना को हल्के में न लें
अलर्ट: स्थिति अभी नियंत्रण में है लेकिन सतर्कता ही सुरक्षा है। सरकार और स्वास्थ्य एजेंसियां पूरी तैयारी में हैं, लेकिन आपकी भागीदारी भी उतनी ही ज़रूरी है।