स्थानीय लोगों का जमीन अधिग्रहण का विरोध, बाबूलाल मरांडी के दौरे के बाद विवाद ने पकड़ा राजनीतिक तूल
RANCHI : नगड़ी में रिम्स-2 के निर्माण को लेकर शुरू हुआ विवाद अब राजनीतिक रंग ले चुका है। कांके प्रखंड के नगड़ी इलाके में प्रस्तावित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के लिए जमीन अधिग्रहण किया जा रहा है, लेकिन स्थानीय ग्रामीणों ने इस पर कड़ा ऐतराज़ जताया है। इसी बीच नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने विरोध कर रहे लोगों से मुलाकात कर मामले को और गरमा दिया है।
रिम्स-2 के विरोध को लेकर JMM ने BJP पर सीधा हमला बोला है। पार्टी का कहना है कि राज्य सरकार प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने के लिए कार्य कर रही है और रिम्स-2 इसी दिशा में एक बड़ा कदम है। वहीं कांग्रेस ने भी बीजेपी को आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस का कहना है कि जिन ज़मीनों का अधिग्रहण किया जा रहा है, वह वर्षों पहले ही सरकार द्वारा अधिग्रहीत की जा चुकी हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा बीजेपी का इतिहास रहा है कि जब भी गठबंधन सरकार कोई जनहितकारी योजना लाती है, तो वह उसका विरोध करती है।
बीजेपी ने सत्ताधारी गठबंधन पर पलटवार करते हुए कहा है कि जिस ज़मीन पर रिम्स-2 का निर्माण प्रस्तावित है, वह पूरी तरह से कृषि योग्य भूमि है। पार्टी का दावा है कि इसी जमीन को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन ने खुद हाल जोतने की बात कही थी और अब उन्हीं के बेटे वहां अस्पताल बनवाने जा रहे हैं। बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया राज्य में कई जगह बंजर ज़मीन उपलब्ध है, फिर भी सरकार आदिवासियों की उपजाऊ ज़मीन पर निर्माण करना चाहती है।