PATNA : जैसे-जैसे बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, प्रदेश की राजनीति में हलचल तेज होती जा रही है। खासकर मोकामा सीट को लेकर सियासी समीकरण तेजी से बदलते नजर आ रहे हैं, ताजा घटनाक्रम में बिहार सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले अशोक चौधरी ने मोकामा के पूर्व विधायक और बाहुबली नेता अनंत सिंह से मुलाकात कर राजनीतिक अटकलों को और हवा दे दी है।
सूत्रों के मुताबिक अशोक चौधरी मोकामा पहुंचे और अनंत सिंह के आवास पर मुलाकात की, यह मुलाकात किसी ड्राइंग रूम में नहीं बल्कि भैंसों के तबेले में हुई जहां दोनों नेताओं ने आपसी बातचीत के साथ-साथ पशुपालन पर भी चर्चा की। अशोक चौधरी ने अनंत सिंह से उनके भैंसों की नस्ल और पालन-पोषण के तरीके के बारे में जानकारी ली। हालांकि इस मुलाकात को दोनों नेताओं ने सिर्फ सौजन्य भेंट बताया है, लेकिन राजनीतिक हलकों में इसे 2025 के चुनावी रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है।
इस मुलाकात के बाद अनंत सिंह ने स्पष्ट रूप से ऐलान किया कि वे आगामी चुनाव में एक बार फिर मोकामा सीट से चुनाव लड़ेंगे। गौरतलब है कि 2022 में मोकामा उपचुनाव के दौरान उनकी पत्नी नीलम देवी ने आरजेडी के टिकट पर जीत दर्ज की थी। उस समय अनंत सिंह राष्ट्रीय जनता दल के साथ खड़े नजर आए थे। अब अगर वे जनता दल यूनाइटेड (JDU) के साथ आते हैं, तो मोकामा की राजनीति में बड़ा फेरबदल हो सकता है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अशोक चौधरी का अनंत सिंह से मिलना कोई साधारण घटना नहीं है। अशोक चौधरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सबसे विश्वस्त सिपहसालार माना जाता है। ऐसे में चुनाव से पहले उनकी यह मुलाकात संभावित राजनीतिक गठजोड़ या समझौते की ओर इशारा करती है। हालांकि जेडीयू की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है कि पार्टी मोकामा सीट से किसे उम्मीदवार बनाएगी।
मोकामा सीट बिहार की राजनीति में हमेशा से हाई-प्रोफाइल मानी जाती रही है, यहां के सियासी समीकरण जातीय गणित, स्थानीय पकड़ और उम्मीदवार की व्यक्तिगत छवि पर निर्भर करते हैं। अनंत सिंह ने लंबे समय तक इस सीट पर अपना दबदबा बनाए रखा है और उनके समर्थक आज भी बड़ी संख्या में सक्रिय हैं।