DESK : राजधानी रांची में मुहर्रम के मौके पर सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतज़ाम किए गए हैं, प्रशासन की निगरानी में ताज़िया और मातमी जुलूस शांतिपूर्वक निकाले जा रहे हैं। शहर में आस्था, अनुशासन और भाईचारे की अनोखी मिसाल देखने को मिल रही है। मुहर्रम को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है, रांची के संवेदनशील इलाकों में 1000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। रैपिड एक्शन फोर्स, रैपिड एक्शन पुलिस, इको टीम, टियर गैस पार्टी, रंगीन पानी के टैंकर, ब्रज वाहन और फायर ब्रिगेड को रणनीतिक रूप से तैनात किया गया है।
किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने हाईटेक निगरानी का सहारा लिया है, ड्रोन और CCTV कैमरों से हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है। साथ ही सोशल मीडिया पर अफवाहों पर रोक लगाने के लिए विशेष टीम तैनात है। अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है। रांची पुलिस ने शहर के विभिन्न हिस्सों में फ्लैग मार्च निकाला, इसका उद्देश्य लोगों में सुरक्षा को लेकर विश्वास कायम करना और यह संदेश देना था कि प्रशासन पूरी तरह तैयार है। शनिवार रात को रांची में मुहर्रम का जुलूस सौहार्दपूर्ण वातावरण में निकाला गया, विभिन्न समुदायों के लोगों ने मिलकर इसमें भाग लिया और एकता तथा भाईचारे का संदेश दिया। युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक ने शांतिपूर्ण आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाई।
झामुमो के वरिष्ठ नेता और मुहर्रम कमेटी के संरक्षक फरीद खान ने कहा कि प्रशासन के साथ तालमेल बनाकर हम लोग मुहर्रम का पर्व मना रहे हैं। हमारा मकसद धार्मिक आस्था के साथ-साथ सामाजिक सौहार्द को भी बढ़ावा देना है, झारखंड एक बार फिर एकता की मिसाल पेश कर रहा है। जिला प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की अफवाह से दूर रहें, किसी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें और मुहर्रम का त्योहार शांति, प्रेम और भाईचारे के साथ मनाएं।