PATNA : केंद्रीय मंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने वोटर लिस्ट पुनरीक्षण को लेकर विपक्ष के विरोध पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि विपक्ष नहीं चाहता कि फर्जी वोटरों को हटाया जाए, क्योंकि इससे उनका राजनीतिक आधार कमजोर होगा। मांझी ने कहा हमें जानकारी है कि कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में 25 से 30 हजार तक फर्जी वोटर हैं, जब इनका नाम हटाया जाएगा तभी विपक्ष को दिक्कत है। अगर सब कुछ सही है तो डर किस बात का है? गड़बड़ी करने वालों को हटाया जाना जरूरी है।
बिहार में एनआरसी लागू करने को लेकर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर मांझी ने टिप्पणी करने से इनकार किया। उन्होंने कहा उनके बारे में कुछ नहीं कहना चाहता। वहीं एलजेपी (रामविलास) नेता चिराग पासवान द्वारा एनडीए को मजबूत करने के लिए सम्मेलन आयोजित किए जाने को मांझी ने सकारात्मक बताया। उन्होंने कहा यह अच्छी बात है, एनडीए को एकजुट रखने का प्रयास होना चाहिए।
राजद नेता तेजस्वी यादव के उस बयान पर कि हम कलम बांट रहे हैं और वे तलवार मांझी ने पलटवार करते हुए कहा तेजस्वी के पिता लाठी में तेल डालने की बात करते थे, तेजस्वी को उनके पदचिह्नों पर चलना चाहिए। तेजस्वी यादव द्वारा बिहार के लिए 20 महीने का मौका मांगे जाने को लेकर मांझी ने कहा यह गलत मांग है, उन्हें कुछ मिलने वाला नहीं है उनके पिता के शासन में जो ‘जंगलराज’ था, उसे जनता आज भी नहीं भूली है।
पश्चिम बंगाल में एक महिला के साथ कथित बलात्कार की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए मांझी ने कहा कि वहां की कानून-व्यवस्था पूरी तरह विफल हो चुकी है, उन्होंने कहा इस मामले में ममता बनर्जी को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए। एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच चिराग पासवान के स्वाभिमान से समझौता नहीं वाले बयान पर मांझी ने कहा यह फैसला एनडीए के नेतृत्व को करना है, सभी सहयोगी दल एक मंच पर मिलकर इसका समाधान निकालेंगे।