DESK : झारखंड के युवाओं के लिए सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र में करियर बनाने का सुनहरा अवसर सामने आया है। राज्य सरकार के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग और वैश्विक तकनीकी कंपनी HCL टेक की सहयोगी इकाई HCL TSS के बीच टेकबी कैरियर प्रोग्राम के तहत एक महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया है। इस कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत रांची स्थित प्रोजेक्ट भवन सभागार में हुई। कार्यक्रम में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मुख्य अतिथि के रूप में और राज्य के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे।

छह महीने की इंटर्नशिप के दौरान ₹10,000 मासिक स्टाइपेंड
कार्यक्रम के तहत चयनित छात्रों को छह महीने की इंटर्नशिप दी जाएगी, जिसके दौरान उन्हें ₹10,000 प्रतिमाह का स्टाइपेंड मिलेगा। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद प्रतिभागियों को HCL में पूर्णकालिक रोजगार का प्रस्ताव मिलेगा। इसके साथ ही प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों से पार्ट टाइम उच्च शिक्षा हासिल करने का अवसर भी उपलब्ध होगा। छात्रों के लिए कोर्स हेतु बैंक लोन की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। आईटी रोल्स के लिए इंटरमीडिएट में गणित विषय अनिवार्य होगा, जबकि डीपीओ (Data Processing Officer) रोल्स के लिए यह अनिवार्यता नहीं रखी गई है। सफल प्रशिक्षुओं को देशभर में HCL के विभिन्न कार्यालयों में काम करने का अवसर मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने युवाओं को बताया स्वावलंबन का रास्ता
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा एक छोटा सा प्रयास हमारे राज्य की पीढ़ी के लिए नया आयाम बना सकता है। HCL के साथ हुए इस समझौते का उद्देश्य राज्य के स्कूलों में जाकर बच्चों को जानकारी देना और उन्हें रोजगार से जोड़ना है। यह योजना पहले भी शुरू की गई थी, लेकिन गंभीरता से नहीं ली गई थी। अब हम इसे पूरे समर्पण के साथ लागू करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि बच्चे अब स्कूल की पढ़ाई पूरी करते ही नौकरी पा सकते हैं। HCL के सहयोग से पढ़ाई के साथ-साथ नौकरी का प्रावधान किया गया है। सरकार युवाओं के साथ खड़ी है और एक तय समय में उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

शिक्षा मंत्री ने बताया राज्य के लिए सराहनीय पहल
शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने कहा हमारा राज्य भौगोलिक दृष्टि से विविध है, लेकिन यहां प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। मुख्यमंत्री की इस पहल से न सिर्फ शिक्षा बल्कि रोजगार का द्वार भी खुलेगा। यह राज्य के भविष्य के लिए एक सराहनीय कदम है। HCL के साथ हुआ यह समझौता झारखंड के युवाओं को न केवल तकनीकी प्रशिक्षण देगा, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने की दिशा में मजबूती से आगे भी बढ़ाएगा। राज्य सरकार की यह पहल झारखंड को डिजिटल और रोजगारोन्मुखी राज्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
