छत्तीसगढ़: सोमवार सुबह छत्तीसगढ़ के सुकमा ज़िले के कोन्टा इलाके में माओवादियों द्वारा किए गए प्रेशर IED विस्फोट ने सुरक्षा बलों को गहरा झटका दिया। इस हमले में कोन्टा डिवीजन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) आकाश राव गिरिपंजे शहीद हो गए, जबकि कोन्टा थाने के प्रभारी सोनल ग्वाला, एसडीओपी समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा, “ASP गिरिपंजे एक बहादुर अधिकारी थे, जिन्हें वीरता पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था। यह हम सभी के लिए अत्यंत दुखद क्षण है। क्षेत्र में तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है।”
भारत बंद से पहले गश्त पर थे सुरक्षाबल
बस्तर पुलिस के मुताबिक, माओवादी संगठन भाकपा (माओवादी) ने 10 जून को भारत बंद का आह्वान किया था, जिसके चलते सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाया गया था। इसी दौरान गश्ती दल पर यह हमला हुआ।
दिसंबर 2023 से तेज़ हुआ माओवादी विरोधी अभियान
गृह मंत्रालय द्वारा 31 मार्च 2026 तक माओवादियों का पूरी तरह सफाया करने के लक्ष्य के तहत, बीते 15 महीनों में 400 से अधिक माओवादी मारे गए हैं। हाल ही में मारे गए माओवादियों में शीर्ष नेता नंबाल्ला केशव राव उर्फ़ बसवराजू भी शामिल हैं।
सुरक्षा कड़ी, सर्च ऑपरेशन जारी
घटना के बाद पूरे कोन्टा क्षेत्र में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। सुरक्षाबलों ने बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया है ताकि हमलावरों की पहचान की जा सके और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। यह हमला एक बार फिर दिखाता है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों को अब भी किस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।