रांची: झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन भी विपक्ष ने जोरदार हंगामा और प्रदर्शन किया। बीजेपी विधायकों ने सदन के अंदर और बाहर दोनों जगह तक़्ती लेकर सरकार के खिलाफ विरोध जताया।
बीजेपी विधायक नीरा यादव ने कहा कि शून्यकाल में उठाए गए सवालों का सरकार लगातार जवाब देने में विफल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि “सरकार स्वयं नहीं चाहती कि सदन सुचारू रूप से चले, इसलिए जवाब से बच रही है।”
वहीं, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि सरकार हर सवाल का जवाब दे रही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष की ओर से जानबूझकर हंगामा किया जा रहा है, जिससे शीतकालीन सत्र और भी शोर-शराबे के बीच गुजरने की संभावना है।
बीजेपी विधायक रागिनी सिंह ने कहा कि कांग्रेस–झामुमो–राजद गठबंधन ने जो संकल्प पत्र जारी किया था, उसमें किए गए सातों वादों को पूरा करने में सरकार विफल रही है। उन्होंने कहा कि “कल भी सदन के अंदर हमने सरकार से जवाब मांगा, लेकिन सरकार एक भी मुद्दे पर जवाब नहीं दे पाई।”
सदन के दौरान बालू घाटों को लेकर भी तीखी बहस हुई। सरकार ने दावा किया कि राज्य के 347 घाटों पर बालू 100 रुपये में उपलब्ध है, लेकिन विपक्ष ने इस दावे को गलत बताया। रागिनी सिंह ने कहा कि “मार्केट में 5,500 रुपये प्रति ट्रैक्टर बालू बिक रहा है। सरकार बताए कि कौन से घाटों पर 100 रुपये में बालू मिल रहा है। मंत्री को सदन में माफी मांगनी चाहिए।”





