2020 की तरह इस बार भी चुनाव दो से तीन चरणों में कराए जा सकते हैं। अनुमान है कि 15 नवंबर तक नतीजे आ सकते हैं क्योंकि वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों में निर्वाचन आयोग पूरी तरह सक्रिय हो गया है। इस बार 22 साल बाद मतदाता सूची का व्यापक पुनरीक्षण किया जा रहा है। 25 जून से नाम जोड़ने, हटाने और सुधार की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जो लगभग एक महीने तक चलेगी। बीएलओ 26 जुलाई तक सभी आवेदनों की जांच कर 1 अगस्त को संशोधित मतदाता सूची का ड्राफ्ट जारी करेंगे। 1 सितंबर तक दावे-आपत्तियां ली जाएंगी और 30 सितंबर को अंतिम सूची प्रकाशित होगी।
सूत्रों की मानें तो फाइनल लिस्ट के तुरंत बाद, अक्टूबर के पहले सप्ताह में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा हो सकती है। इसके साथ ही आचार संहिता लागू हो जाएगी। चूंकि 2025 में दिवाली 21 अक्टूबर को और छठ पूजा 25 से 28 अक्टूबर तक है, इसलिए मतदान इन पर्वों के बाद ही संभावित है। माना जा रहा है कि पहले चरण की वोटिंग 29 या 30 अक्टूबर को हो सकती है। यदि चुनाव कार्यक्रम 1 अक्टूबर को घोषित होता है, तो अधिसूचना 2 अक्टूबर से जारी की जाएगी, नामांकन 9 अक्टूबर तक, जांच 10 अक्टूबर को और नाम वापसी 12 अक्टूबर तक पूरी होगी।
पिछली बार की तरह इस बार भी मतदान तीन चरणों में कराया जा सकता है। वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है, इसलिए आयोग को 15 नवंबर तक परिणाम घोषित करने होंगे। इस तरह मतदान छठ के बाद अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में शुरू होकर नवंबर के पहले पखवाड़े में पूरा हो सकता है।
दिवाली और छठ के बाद संभावित मतदान
2025 में दिवाली 21 अक्टूबर को और छठ पूजा 25 से 28 अक्टूबर तक है। धार्मिक त्योहारों को देखते हुए पहला चरण 29 या 30 अक्टूबर से शुरू होने की संभावना है।
चुनाव कार्यक्रम (संभावित)
- चुनाव घोषणा: 1 अक्टूबर
- अधिसूचना जारी: 2 अक्टूबर
- नामांकन की अंतिम तिथि: 9 अक्टूबर
- जांच: 10 अक्टूबर
- नाम वापसी: 12 अक्टूबर
- पहला चरण मतदान: 29 या 30 अक्टूबर